"अखंड मेहरा समाज की स्थापना"

                         आज हमारे समाज का प्रथम मुद्दा अखंड मेहरा समाज की स्थापना करना है, सभी उप्जातिओं का जोकि अपने आपको मेहरा बताते है या लिखते है उन्हें निशंकोच "मेहरा" के एक शक्तिशाली मंच के अंतर्गत स्वेछ्छा से आना चाहिए इसके लिए सभी जिलों  में बनी हुयी छोटी छोटी समितियों का इसमें विलय हो जाना एक सुखद भविष्य का संकेत होगा क्रमश: देहारिया समिति छिंदवाडा, देहारिया समिति सिवनी, झरिया समिति जबलपुर, झरिया समिति मंडला, गडवाल समिति होशंगाबाद और नरसिंगपुर से आव्हान है कि वे इस खंड-खंड मेहरा कि अवधारणा को छोड़कर "अखंड मेहरा समाज" की मुख्यधारा में सम्मिलित होवे, सभी जिलों की छोटी-छोटी समितियों के पदाधिकारीगणों को इस बात का दर होगा की यदि वे "अखंड-मेहरा समाज" की धारणा में सामिल होंगे तो उनके पद-सम्मान छीन जायेंगे परन्तु एसा बिलकुल नहीं है , आप अपने पदों पर अपने जिलों में स्वतंत्रतापूर्वक बने रहें ,इसमें आपसे को हस्तछेप नहीं करेगा न ही करना चाहिए, जेसा कि हमारे देश में सरकारों के विभिन्न मंत्रालय स्वतंत्र रूप से कार्य करते है , लेकिन कोष्टक में "भारत सरकार" या "म.प्र.शासन" लिखते है उसीप्रकार सभी समितियां अपने-अपने छेत्रों स्वतंत्रता पूर्वक कार्य करते रहें और "अखंड-मेहरा समाज" कि अवधारणा "मेहरा-महासंघ" को कोष्टक में लिखें, एसा मेरा समस्त जिलों कि सामाजिक समितियों से अनुरोध है,आज चूँकि हम खंड-खंड मेहरा समाज में बिभक्त है इसलिए हम जनगण में नगण्य है, हमारा कोई अस्तित्व ही प्रतीत नहीं होता, लेकिन जब हम खंड-खंड मेहरा समाज से "अखंड-मेहरा-समाज" में बदल जायेंगे तो चहुँऔर हमारी आवाज सुनी जाने लगेगी, जिसका लाभ आने वाली नयी पीढ़ी को सामाजिक,आर्थिक और राजनेतिक रूप से मिलेगा |

एक सुंदर और छोटासा उदहारण रखना चाहता हु::
आपके कुछ रिश्तेदार किसान होंगे, उनमे से समझदार किसान दो या तीन साल बाद खेत में  बोनी/बुआई के लिए कृषि विभाग से उन्नत हाइब्रिड बीज लाता है और अपने खेतों में उस हाइब्रिड बीज कि बोनी करता है , जिससे वह अधिक पैदावार पाता है और अधिक मुनाफा कमाता है| लेकिन साधारण किसान एसा नहीं करता वह हमेशा कि तरह ही लगातार पुराना बीज की ही बोनी अपने खेतों में करता रहता है और कम पैदावार की फसल पता है जिसके कारन साधारण किसान उन्नत हाइब्रिड उपयोग करने वाले किसान से हर तरह से पिछड़ता जाता है, इसलिए एक समझदार किसान बनिए, हाइब्रिड उन्नति के लिए, आप आने वाले समय में उन्नत फसल का मुनाफा कमाएंगे |

       समय बदल चुका है हमें भी वक्त के साथ बदल जाना चाहिए | आज अन्य समाज में  जहाँ लोग अंतरजातीय विवाह को स्वेच्छा से स्वीकार कर रहे है वहीँ आज हम अभी भी १०० सालों से बहुतसी सामाजिक कुरीतिओं का पिटारा लगातार ढो रहे है, यहाँ में सिर्फ उपजातियो के विलय की बात रखता हु | समस्त मेहरा उपजातियों को एक करके ""अखंड-मेहरा-समाज" में बदल दीजिये , बेझिझक उपजातियों के रिश्तों को स्वीकार करिए | 

   एक अच्छे समाज की पहिचान का मुख्य आधार उसकी मजबूत आर्थिक स्थिति होती है | मजबूत आर्थिक स्थिति लोगो के व्यव्शायिक मनोस्थिति से बनती है | हमें हमारे समाज के नवयुवकों में व्यावसायिक मनोदशा विकसित करने के लिए प्रयास करने होंगे, जिसके लिए अनेक छेत्रों-शाखाओं में प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है |    

 

"आप सभी ने "मेहरा-महासंघ-भोपाल" के सामाजिक कार्यक्रम को सफल बनाया , इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यबाद"

“We wish you Good Luck.”

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